Yakub Memon will hang on July 30

1993 के मुंबई सीरियल बम ब्लास्ट के दोषी याकूब मेमन को 30 जुलाई को फांसी दी जाएगी. मुंबई की टाडा कोर्ट ने 53 साल के याकूब की फांसी का वारंट जारी कर दिया है. उसे नागपुर की सेंट्रल जेल में 30 जुलाई की सुबह सात बजे फांसी दी जाएगी.
हालांकि, सरकारी सूत्रों ने एबीपी न्यूज़ से कहा कि खुफिया रिपोर्ट के आधार पर कि फांसी की तारीख और जगह बदली जा सकती है.क्योंकि इस केस की दया याचिका को दोबारा सुप्रीम कोर्ट के सामने रखा गया है, जिस पर फैसला 21 जुलाई को आना है.
अगर याकूब मेनन को फांसी होती है तो 1993 के सीरियल ब्लास्ट केस में ये पहली फांसी होगी. याकूब मेमन की दया याचिका सुप्रीम कोर्ट से लेकर राष्ट्रपति तक ने खारिज कर दी है.
इस पूरी प्रक्रिया में 22 साल लग गए. टाडा कोर्ट ने 27 जुलाई 2007 को याकूब को आपराधिक साजिश का दोषी करार देते हुए सजा-ए-मौत सुनाई थी.
इसके बाद उसने बॉम्बे हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट और राष्ट्रपति तक के पास अपील की. लेकिन उसे राहत नहीं मिली.
अब उसके पास क्यूरेटिव याचिका ही एकमात्र रास्ता है, जिस पर फांसी से पहले सुनवाई हो सकती है.
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने इस केस में सजा को लेकर दायर की गई पहली दया याचिका को अप्रैल महीने में ही खारिज कर दिया गया है, और राष्ट्रपति की ओर से भी इस सजा पर मुहर लगा दी गई है.
अगर दूसरी बार भी सुप्रीम कोर्ट ये याचिका खारिज कर देती है तो मेमन को फांसी मिलनी तय है.
आपको बता दें कि याकूब मेमन ने ब्लास्ट के लिए पैसों और गाड़ियों का इंतजाम किया था.

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