लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी ‘नमामि गंगे’ परियोजना के लिए भले ही 20 हजार करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया गया हो लेकिन अब तक इस पर एक भी पैसा खर्च नहीं किया गया है। यह योजना बैठकों से बाहर नहीं निकल पाई। यह खुलासा 9वीं कक्षा की एक छात्रा की ओर से आर.टी.आई. के तहत पूछे गए सवाल पर हुआ है।
गंगा को साफ-सुथरा बनाने वाला ‘नमामि गंगे’ प्रोजैक्ट कछुआ चाल से चल रहा है। सरकार वर्तमान वित्त वर्ष 2015-16 की प्रथम तिमाही में इस पर एक रुपया भी खर्च नहीं कर पाई है। लखनऊ के सिटी मोंटेसरी स्कूल (सी.एम.एस.) राजाजीपुरम शाखा की 9वीं की छात्रा ऐश्वर्य पराशर ने इस संबंध में आर.टी.आई. दायर कर जानकारी मांगी थी।
केंद्र सरकार ने इस बाल आर.टी.आई. कार्यकत्र्ता को बताया कि वित्त वर्ष 2015-16 की प्रथम तिमाही में गंगा की साफ-सफाई पर एक रुपया भी नहीं खर्च किया गया है।
गंगा को साफ-सुथरा बनाने वाला ‘नमामि गंगे’ प्रोजैक्ट कछुआ चाल से चल रहा है। सरकार वर्तमान वित्त वर्ष 2015-16 की प्रथम तिमाही में इस पर एक रुपया भी खर्च नहीं कर पाई है। लखनऊ के सिटी मोंटेसरी स्कूल (सी.एम.एस.) राजाजीपुरम शाखा की 9वीं की छात्रा ऐश्वर्य पराशर ने इस संबंध में आर.टी.आई. दायर कर जानकारी मांगी थी।
केंद्र सरकार ने इस बाल आर.टी.आई. कार्यकत्र्ता को बताया कि वित्त वर्ष 2015-16 की प्रथम तिमाही में गंगा की साफ-सफाई पर एक रुपया भी नहीं खर्च किया गया है।
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